इस अंगूठी को धारण करने से बृहस्पति ग्रह स्थिति मजबूत होती है और उनके दुष्प्रभाव दूर होने लगते है। यह व्यक्ति को उस पर आने वाली सभी संकटों से बचाने में मदद करती है। इसे धारण करने से व्यक्ति के ज्ञान और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
डिलीवरी: | 5-8 दिनों में डिलीवरी |
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मुफ़्त शिपिंग: | India |
फ़ोन पर ख़रीदें: | +91 9993048033 |
अभिमंत्रित: | फ्री अभिमन्त्रण |
सर्टिफिकेट: | Govt. द्वारा प्रमाणित लैब सर्टिफिकेट |
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Shape: | Oval, Round |
धातु: | पंच धातु |
वजन: | 3.5 से 5 ग्राम |
Size: | Free Size |
यदि किसी व्यक्ति के साथ रोज कोई ना कोई दुर्घटनाएं हो रही है ৷ जैसे वाहन दुर्घटना, एक्सीडेंट हो जाना, चोट लगना, चोरी हो जाना, या किसी से लड़ाई-झगड़ा होना, हाथापाई होना, बात पुलिस केस, कोर्ट कचहरी तक पहुँच जाना, जेल होना आदि। और उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि यह उनके साथ क्या हो रहा है, जिसके कारण व्यक्ति और उनके परिवार वाले बहुत परेशान रहते है ৷ ऐसे में उन्हें यह अंगूठी अवश्य पहननी चाहिए। इस अंगूठी धारण करने से सभी दुर्घटनाओ से बचाव होता है और किस्मत चमक जाती है।
हमसे क्यों लेंफिरोज़ा अंगूठी को बृहस्पति ग्रह के मंत्रो से सिद्ध किया गया है ৷हमारे द्वारा अभिमंत्रित करके आपके पास भेजा जाएगा जिससे आपको शीघ्र अति शीघ्र इसका पूर्ण लाभ मिल सके।
फिरोजा रत्न धारण करने की विधिआप फिरोजा स्टोन को अंगूठी या पेंडेंट के रूप में पहन सकते हैं। इस रत्न को तर्जनी या अनामिका उंगली में पहनना चाहिए। इसे शुक्ल पक्ष के या किसी भी गुरुवार को पहनना चाहिए।
गुरुवार की सुबह उठकर स्नान करें और घर के पूजन स्थल में बैठ जाएं। एक तांबे की कटोरी लें और उसमें गंगाजल, तुलसी की कुछ पत्तियां, गाय का कच्चा दूध, शहद और घी डालें। अब इसमें फिरोजा स्टोन को डाल दें। इसके बाद 108 बार ‘ऊं ग्रां ग्रीं ग्रूं सा: गुरुवे नम:’ का जाप करें। इसके बाद फिरोजा रत्न को साफ पानी से धोकर धारण कर लें।
फिरोजा धारण करने के लिए किसी भी राशियों के लोगों को किसी से भी पूछने की जरूरत नहीं है आंख बंद करके पहने
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गहरे आसमानी रंग का फिरोजा रत्न बृहस्पति ग्रह से जुड़ा माना जाता है. इस रत्न को धारण करने से बृहस्पति ग्रह को प्रबलता मिलती है